पावन दुनिया

हे बच्चों, अब इस

पतित दुनिया को पावन बनाना है।

 

 

पुरानी दुनिया को पतित,

नई दुनिया को पावन कहेंगे।

 

 

 

तुम्हारे बिगर तो कोई है नहीं जो

उन्हों को सुनाये।
बहुत रहमदिल बनना है।
बोलो, तुम भी पावन बन पावन दुनिया में जा सकते हो।